सबसे पहले यह निर्धारित करे की आपको अपने जीवन में क्या चाहिए ?
आप वही लिखे जो आप वास्तव में चाहते है वह नहीं जो परिवार, दोस्त, मोटिवेशनल स्पीकर या दुनिया वाले कहते है |
राय और लालच तो सभी देते है पर निर्णय आपको लेना है | आप वास्तव में क्या चाहते है ?
1. सबसे पहले निर्णय लेना पड़ता है |
उद्धरण के जैसे किसी को बहुत सारा पैसा चाहिए तो कितना चाहिए इसे किसी कागज पर या ऐसी जगह पर लिखे जिसे सिर्फ आप रोज देख कर पढ़ सके |
उद्धरण के लिए आप अपने जीवन में जो पाना और करना चाहते है उसे साफ़-साफ़ विवरण के साथ लिखें |
बैंक अकाउंट में कितना पैसा चाहिए उसे लिखे जैसे : 5000 करोड़
वाहन कौन सी उसे लिखे जैसे : Mahindra Scorpio, BMW X5
घर कैसा चाहिए उसे लिखे : बंगलो कम्पलीट सही वस्तु के साथ, सभी प्रकार की सुख सुविधा , सुरक्षा व्यवथा के साथ |
बिज़नेस कितने की : 50000 करोड़ की इंडस्ट्री
बिज़नेस किस प्रकार का : टेक्नोलॉजी, रिसर्च, हेल्थ, फ़ूड
पद : सीईओ, इन्वेस्टर
महीने की कमाई : 500 करोड़
कमाई का उद्देश्य : धनवान बनना और धन और ज्ञान का उपयोग करके देश के उनती और सुरक्षा में साथ देना |
2. अपने निर्णय पर अड़ीग विश्वास रखना |
आप अपने जीवन को इसप्रकार जिये और मन में हमेशा यह अड़ीग विश्वास रखे की मेरा यह निर्णय सही है और में एक धनवान व्यक्ति हूँ और में यह जीवन अभी से जी रहा हूँ भले परिणाम बाहर कुछ और क्यों ना दिख रहा हो तो भी यह विश्वास मन में रखें की आप धनवान है यह सत्य है |
3 क्रिया (एक्शन लेना)
किसी भी क्रिया को प्रारम्भ करना बहुत कठिन लगता है | पर आप अपने निर्णय पर अड़ीग विश्वास रखे और क्रिया को प्रारम्भ करें |
कोई भी क्रिया पहले - पहल छोटी होती पर बाद में बढ़ी होती है | क्रियाओ में सफल और विफलता दोनों प्राप्त होता है |
सफलता उतशाह बढाती है की और आगे बढ़ने से मन आनंद प्राप्त होतो है |
विफलता निराशा बढ़ती है मन में दुःख प्राप्त होतो है पर यह एक शिक्षक के भांति आपको यह भी बताती है की आपने क्रिया मे कोई गलती की है और सुधार की जरुरत है यहाँ आपको रुकना नहीं है | नए प्रकार से सही समाधान करना है |
४. निरंतर अनुशासन
आपके सोने और जागने के एक मात्रा आप ही जिम्मेदार है इसलिए समय पर सोए और जागे |
अपने व्यापारिक क्रिया के समय को ना बिगड़े भले परिणाम कम मिले या ज्यादा समय सही रखें |